मैने छानी इश्क़ की गली बस तेरी आहटे मिली
मैने चाहा चाहूं ना तुझे पर मेरी एक ना चली
इश्क़ मे निगाहो को मिलती है बारिशें
फिर भी क्यू कर रहा दिल तेरी ख्वाईशे
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
लाया कहाँ मुझको ये मोह तेरा
राते ना अब मेरी ना मेरा सवेरा
जान लेगा मेरी ये इश्क़ मेरा
इश्क़ मे निगाहों को मिलती है बारिशें
फिर भी क्यू कर रहा दिल तेरी ख्वाईशे
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
दिल तो है दिल का क्या गुस्ताख है ये
डरता नही पागल बेबाक है ये
है रक़ीब खुद का ही इत्तेफ़ाक़ है ये
इश्क़ में निगाहो को मिलती है बारिशें
फिर भी क्यू कर रहा दिल तेरी ख्वाईशे
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
दिल मेरी ना सुने दिल की मैं ना सुनू
दिल मेरी ना सुने दिल का मैं क्या करू
क्या करू दिल का मैं क्या करू