चढ़ी प्रेम लोर, ओ दिल के चोर
कर मेरी भोर, अब मुख दिखला राँझना हुआ मैं तेरा
ओ... कौन तेरे बिन मेरा हर मनमानी बस तुम तक
मेरी नज़र दीवानी बस तुम तक
मेरे सुख-दुख आते जाते सारे
तुम तक, तुम तक, तुम तक सोनिया रे
तुम तक, तुम तक, तुम तक सोनिया रे
तुम तक, तुम तक, अर्ज़ी मेरी
तुम तक, तुम तक अर्ज़ी मेरी
मेरी हर दुश्वारी बस तुम तक
तन थिरके थिरके, मन बेहके बेहके
मेरे दिल की बात जाने कायनात
तेरे दिल की ख़बर बस मुझको
तन थिरके थिरके, मन बेहके बेहके
मेरे दिल की बात जाने कायनात
तेरे दिल की ख़बर बस मुझको
कौन तेरे बिन मेरा ओ... कौन तेरे बिन मेरा