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Lyrics
कभी छुपता, कभी धप्पा करता
करता मनमर्ज़ी, कभी सुन भी लेता
तुझे देख कर ये दिल
गिरता सँभलता (सँभलता, सँभलता, सँभल…)
गिरता सँभलता (सँभलता, सँभलता, सँभलता)
बेपरवाह, बेपरवाह
बेपरवाह, बेपर

चाहता है ये तुझको
नासमझ को ना समझ है
जो तू जाने सच को
और ना लौटे, ये फ़िकर है
आगे बढ़ता, थोड़ा ठिठरता
तुझे देखकर ये दिल
गिरता सँभलता (सँभलता, सँभलता, सँभल)
गिरता सँभलता (सँभलता, सँभलता, सँभलता)
बेपरवाह, बेपरवाह
बेपरवाह, बेपर
गिरता सँभल
तुझे देखकर ये दिल

WRITERS

Aditya Narayan, Chakori Dwivedi, Nayantara Bhatkal

PUBLISHERS

Lyrics © BMG Rights Management

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