राजा की आयी है बारात मेरे
राजा की आयी है बारात मेरे
राजा की आयी है बारात मेरे आँगन में
राजा की आयी है बारात मेरे आँगन में
मैं तो नाचूँ हिला के रुमाल मेरे आँगन में
सबके चेहरे खिल रहें है, मस्ती ऐसी है छायी हाय
ये तो बड़े ही शगुन की है बात मेरे आँगन में
राजा की आयी है बारात मेरे आँगन में
मैं तो नाचूँ हिला के रुमाल मेरे आँगन में
दूल्हे राजा जच रहे है बाँध के सर पे सेहरा हाय
वक़्त जैसे हो ठहरा हाय हाय
साथ दुल्हन की सज गयी रात मेरे आँगन में
राजा की आयी है बारात मेरे आँगन में
मैं तो नाचूँ हिला के रुमाल मेरे आँगन में
ऐसी ख़ुशियों की हुई, बरसात मेरे आँगन में
राजा की आयी है बारात मेरे आँगन में
मैं तो नाचूँ हिला के रुमाल मेरे आँगन में
WRITERS
AADESH SRIVASTAVA, DEV KOHLI, MADAN PAI, SHYAM RAJ KIRAN