के लव चढ़ गया चढ़ गया चढ़ गया
के दिल मेरा अड़ गया अड़ गया अड़ गया
बेचारा बैठा है कबसे लाचार बनके
तू आती नहीं मिलने का वादा हर बार करके
रेशम का रुमाल गले पे ड़ाल के
मैं दिल्ली का सुरमा लगा के अरे
खड़ी हूँ क्लब के दरवाजे पे
के लोवे लिया है दिल में ठूंस
तू गुड लक है तू गुड न्यूज़
रेशम का रुमाल गले पे ड़ाल के
मैं दिल्ली का सुरमा लगा के अरे
खड़ी हूँ क्लब के दरवाजे पे
अरे दिलबर मेरे मैं बढ़िया तू फाइन
रेशम का रुमाल गले पे ड़ाल के
मैं दिल्ली का सुरमा लगा के अरे
खड़ी हूँ क्लब के दरवाजे पे