Hello "Mr. खोया खोया चाँद"
Hello "Mr. घिस रहे हो 2 बरस से गांड"
Hello "Mr. कर रहे हो इतना काम के मिलता है नहीं
आराम, मिले है काम में ही सिर्फ आराम"
इनमें से जो भी चाहे नाम कह ले मुझको
खुद के बारे में ज़्यादा पता होता हमेशा खुद को
मेरे जूते को मत बोल कुछ भी, जो कहना है कह मुझको
वक़्त से बेहतर किया खुद को, फिर खुद से बेहतर किया वक़्त को
फटरी हो क्यों? रोज़ ये क्या तरीका है?
बम बड़ा कैंट लेकिन जान तेरी सड़ी कहाँ है?
डर लगे कहीं साला हाथ में ना फट जाए
हाँ जी, मैं था लड़का सीधा-सादा
क्या बचपन की पीड़ा ने मुझको हीरा बना डाला?
आधी से ज़्यादा बातें यहाँ भुलाने की हैं कोशिश
बची बातों का काग़ज़ पे बना रहा शोपीस
मैं बस ढूँढ रहा हूँ जवाब, मुझको चाहिए नहीं सुझाव
तूफानों में ये चल रहा जहाज़
है दिल में, बन चुका सुराख
और वो दिखती मुझको उसके पार
ध्यान देना, दिल देने से पहले जान लेना
ना जान देना और ना ही चांस लेना
ख़ुद की मेंटल हेल्थ पहले, नहीं कोई समाज सेवा
और खिलते गुलाबों पे मिलते हैं काँटे
अब खुद के अंधेरों में कितना ही झाँके
पूरा बचपन काट आया मैं बेज़ुबान
पर अब रुतबा चाहिए बेशुमार
खूबसूरती में हूँ आज़ाद मैं
सो गई है वो रख के सुर हाथ में
खुशियाँ तू गिन, पहले दर्द बाद में
दूर होके कब होते कम फासले?
ज़िन्दगी है भागती तो मेरे कैसे रुकें क़दम?
जोड़ते दिल हम, म्यूजिक से लेके टूटे बदन
मार ली बड़ी छलांग, गिर गया मुँह के बल
दम लगा दिया पूरा, पूरा ही अब घुटे दम
किया सब, पर मेरी कम लगे प्रार्थना
उसे पता है कि अब मैं हर दिन ही काँपता
ख़ुशी से मनाना चाहता जन्मदिन इस साल का
दिन भर शा और निकला रो के रात भर
मुश्किल से छूटी है मेरी नशों की चुल
मैली क़िस्मत, मेहनत से रही धुल
महसूस किया सब, अब बैठा हूँ मैं सुन