आहिस्ता आहिस्ता चलते जाए हम दो
बहका लम्हा बड़ा गुण गुनाए सुन तो
बेरंग ख्वाब में आ रंग भरे
चले हम slow चले हम slow चले हम slow
थोड़ा सा वक़्त चुराके मिले बहाने से
बनाए आशियाना दूर इस ज़माने से
मैं और तू जानू मैं जाने तू (मैं)
बेरंग ख्वाब में आ रंग भरे
यह बारिश में हम दोनो गुज़ारिश है
चलू तेरी ओर ना दिल पे ज़ोर
चले हम slow चले हम slow चले हम slow