जिसे मैं था भूलता आया वो वजूद मिला
जब आए मौसम ग़म के तुझे याद किया
हो जब सहमे तन्हांपन से तुझे याद किया
फिर मोहब्बत करने चला है तू
फिर मोहब्बत करने चला है तू
फिर मोहब्बत करने चला है तू
फिर मोहब्बत करने चला है तू
अक्सर वहाँ से हाँ मैं हूँ गुज़रा
तू मुझको मिल जाए क्या पता
फिर मोहब्बत करने चला है तू
फिर मोहब्बत करने चला है तू