गरमी बा बेसी तू ता रहेला भौजयिये तरफ तरफ
माल्टानी देहिया पे बरफ रे निरदईया मरद..!
लैला छतपति पति कायिला दुर्गति हो
जराता करेजा न सहला अब अति हो
कहा कोला काला काला मंगवायी दिही
एसी हरमेषि खातिर बेदे में लगवायी दिही
कहि जड़ कुछौ त करेला हमसे झड़प एहो झड़प झड़प
माल्टानी देहिया पे बरफ रे निरदईया मरद..!
नया नया देह नया झूले जवानी हो
सोनू सरगम अंशु काटा तारा चानी हो
बात मन ऐ धनिया लिहा न परशर के
करेला व्यवस्था कहले बनी परमेश्वर के
कनिया के काया पे बढ़ायिले बड़ा तड़प एहो तड़प तड़प
माल्टानी देहिया पे बरफ रे निरदईया मरद..!