वहाँ मिले थे ठेके में अरे हम तुम कुछ दिन पहले
यहाँ मिले इन विष मयखाने में फिर देसी छेले
अरे हुक्का बीड़ी पीते थे वहाँ बाँध के रेशमी पगड़ी
अरे कस के बूट पहन के सूट आ बात करें कोई तगड़ी
यादें वादे सपने इरादे भूली बातें
याद करा दे होये झटके भटके
अरे यूँ ही अटके रहते हैं हम
अरे उल्टा चोर कोतवाल को दांते
ये दस्तूर पुराना हम ने माना
वो भी ठीक तो ये भी ठीक है
ये अँग्रेज़ी हुस्न का बादल
अरे दो पाटन के बीच में यारों
बल्ले बल्ले बल्ले बल्ले बल्ले बल्ले
अरे बात करो कुछ खेतों की तुम
अरे यहाँ तो पल पल धुवे के मारे
मौका फिर नहीं आना तो फिर लाना होये