बंद हुआ मेरे दिल का चैन ओर सुकून
या दोष मेरे सूरूर का गुरूर का
कॉलेज के दिनो से तेरी मेरी जो बात थी
तेरे से ही दिन शुरू तेरे से ही रात थी
लिखे जो खत्त sms whatsapp शायद
कदर ना थी तुजे मेरे जज़्बात की
वोही दस्सेगा मेंने पूछे कितने सवाल सी
दर दर फिरे है जो तेरे लिए मुझे जेसे
आशिको की जिंदगी बनी है मिसाल सी