मुसकराती हुयी बहारो ने फूल हाथों में लेके यार आये
नाम साथी का वुज़ू करके लिया करते हैं
नाम साथी का वुज़ू करके लिया करते हैं
नाम साथी का वुज़ू करके लिया करते हैं
बे पिये हम हैं वो महकश जो किया करते हैं
दर्श दुनिया को मोहब्बत का दिया करते हैं
शिकवा ए क्या वो तो कमज़र्फ किया करते हैं
पीने वाले तो निगाहों से पिया करते हैं
पीने वाले तो निगाहों से पिया करते हैं
यूं तो लाखों हमें हँसती तेरे अफसाने हैं
सैकड़ों बाग तमन्ना तेरे वीराने हैं
शमा की मजलिस में हर रंग के परवाने हैं
हाय मेरी नज़र में हकीकत में वो दीवाने हैं
चक दामन को दो हँस हँसके सिया करते हैं
चक दामन को दो हँस हँसके सिया करते हैं
शाम आती हे सितारों की कहानी ले कर
सुबह ढल जाती हे फूलों की जवानी ले कर
हम कहाँ जाए तेरे गम की निशानी ले कर
मौज कर आये तला उनसे रवानी लेकर
हम तो हर सुबह नयी शाम पिया करते हे
हम तो हर सुबह नयी शाम पिया करते हे
हे नसीमे सेहरी तेरा इरादा क्या हे
तुने परदे तो खुदा जान ये समझा क्या हे
लाख पर्दे में छुपु छुपने से होता क्या हे
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
हाय सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
हिन्दू का ये कहना हे के मंदिर में आ
मुस्लिम का तकाजा हे के मस्जिद में आ
कहते हे के साहिर के तलिफ़ा में आ
सिखो का ये कहना हे के गुरूद्वारे में आ
आई आवाज के गंगा यमुना काशी दावा
तुझे इन झगड़ो से क्या मतलब
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
हरिजन हो कोई जन हो जो उसका नाम लेता हे
हरिजन हो कोई जन हो जो उसका नाम लेता हे
अभूरी कोठी गिरते से वो आके थाम लेता हे
अभूरी कोठी गिरते से वो आके थाम लेता हे
धर्म हो प्यार जिसका प्यार ही से काम लेता हे
धर्म हो प्यार जिसका प्यार ही से काम लेता हे
हमे छूने से बैद हो के छू जब राम लेता हे
हमे छूने से बैद हो के छू जब राम लेता हे
काशी मथुरा चारो धाम सबसे सीधा हे ये काम
सिर्फ एक आँख का पर्दा हे ये
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे
देखने वाले तुझे देख लिया करता हे