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Lyrics
एक ओर तू है
एक ओर मैं हूँ
फिर भी हैं
क्यू यह फासला..
दरमियाँ तुझसे
कुछ तो कहा ना
आँखों से पढ़ ले एक दफ़ा
बिछड़ गये तो
रोना ज़ालिमा,
मोहब्बातों को
खोया जाए ना.
बिछड़ गये तो
रोना ज़ालिमा,
मोहब्बातों को
खोया जाए ना

याद तेरी यादें आएँगी
काँच डोर टूट जाएरी,
जो सावन नैनो में आएगा
वापस ना जाएगा
भीगेंगी मेरी पलकें हे.
अनदेखा अंजाना
बेसवार सा दीवाना,
दीवानेपन से बंजारा
बन्जारेपन से दिल हारा.
तुझसे योउ बिछाड़ के
टुकड़ो में बिखर के
हारा मैं हर दम हे हारा
बिछड़ गये तो
रोना ज़ालिमा
मोहब्बातों को
खोया जया ना.
बिछड़ गये तो
रोना ज़ालिमा,
मोहब्बातों को
खोया जया ना

संग तेरे प्रीत जो लगी
रुके थमे ना
पूरा दरिया तेरे पास है
मुझे चाहिए कतरा
एक....कतरा
बिछड़ गये तो
रोना ज़ालिमा,
मोहब्बातों को
खोया

WRITERS

ANIKET SHUKLA

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Lyrics © Royalty Network

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