कर्ज लेता है क़त्ल तो होगा तेरे नाम
मैं हार्ड कॉपी और तू सॉफ्ट जैसा तेरा काम
लकीरों का नहीं सुनता है कलाम की ये आवाज
ये गाना खेल नहीं भाई, ये भड़ास है
क्रू तेरा मन चोदता है कसौटा फंसा चित्त
अगली पारी तेरी फरार तेरा किट
ना समझ मुझे पारदर्शी काला मेरा रंग
13 मैं पहन रही ये दूल्हे का सेहरा
प्रमोशन के लिए डीएम तू कूल खुदको को केहरा
बूंद फाड़ी के शहर झंडा अब लहरा
मारू रियलिटी चेक की गोली दिल में छेड़ होगा गहरा
रैप में दम काफी प्रोटीन का राइस केरला
लौंडे बोले फाड़ता सही भाई केहरला
फ्लो देखके फतने लगी भाई कुर्सी ला
लाऊं काफी वेरिएशन जैसे ताल केहेरवा
जीत आया बीट पे तो जज होंगे बीमार बातें
लोफ़ी वाले धुन में तक मारू बेटे स्लिंग शॉट्स
रहता हूं लोकी तब भी चापे मगशॉट्स
गांड में ना दम इनके यूज़ क्रे एंबोट्स
रील खत्म, फील खत्म, भोजन हजम
बाजे स्पीकर्स पे सीधी मौत तो में मगन
इंस्पायर होंगे मुझसे बहुत अब है लगन
अब आस पर कब्ज़ा करो मैं बैठा रहा शैतान
4 दिन की ना ज़िंदगानी बनाउ विरासत
अमर जैसा बन शरबत पीके पागलपन
देती थी वो संकेत मात्र चुटकुलों पर वो खूब हंसी
आयी जैसे गई वैसे वह कैसी मुहर्त सी
उसने मारा मेरे मुँह पर उसका रवैया
शिवम राखा कंधे पे हाथ समझ शांत रह तू
राहुल बोला किसने मुंह लग रहा है भाई महान हैं तू
यार उसका होने तो दे कैसे जाने धुंधला काले रंग
कर्ज लेता है क़त्ल तो होगा तेरे नाम
मैं हार्ड कॉपी और तू सॉफ्ट जैसा तेरा काम
लकीरों का नहीं सुनता है क़लम की ये आवाज़
ये गाना खेल नहीं भाई, ये भड़ास है
जिंदगी टेढ़ी होती उससे सीधा
शब्दों में मिठास जैसा खाया सीताफल
जियुं में आज हार जीत है बीता कल
काला की ना सीमा अनंत ये मीठा जल
सुबह अपनी होती है शाम के 5 बजे
क़लम की नोक के बल पूरी रात जगे
उस दिन शांत रहूंगा जब बिल बोर्ड पर नाम कोश का बांधना
गैंग हुई असेंबल तो फ्लेक्स वाले सांड भागे
गधों का पीछा करना तो इक्का हुए तेरे गुल
हाथ पै की तो मेरी भी ह गांड मुझे भी चुल
काम धंधे नहीं हैं पंगे लेरे समझे खुदको कूल
हाथ उठे किसी अपने पे तो सबसे बड़ी भूल
फिर तो भूल चूक माफ वाली योजना भी खंडित
तेरी एगो यात्रा की समाप्ति बुलाना पड़ा पंडित
मेरे हाथ होंगे तांडव नसीब में हैं अंकित
मैंने तुम्हें बस भागने का मौका दिया था लेकिन तुमने उसे बर्बाद कर दिया
अबे सुन जो तेरे खास वो मेरे खास के खास
तू है नौसिखिया इस खेल में खास के पास
बहाना चाहिए में ना डालता इनको फालतू घास
भेद बकरी ह हलाल इनका खाऊंगा मास
दृश्य बड़ा करने चलो प्रदूषक
भोके जा रहे हैं भ्रम से भरा जीवन जी रहे हैं
इनके बार्स में जो फ्लेक्स भी है भ्रम
इनकी प्रकृति है (में) लूप होल ना निष्कर्ष
पता है तू बात करना चाहता है
बातें छोड़ेगा फिर भी तेरा फॉल्ट है
गिरेबां में झांका तो मिशन किया खत्म हैं
जिंदगी है परिभाषा अपरिहार्य मौत है!